हर दंपत्ति की यह इच्छा होती है कि उन्हें भी संतान प्राप्ति हो. संतान की प्राप्ति से जीवन पूर्ण हो जाता है. किसी भी माँ के लिए एक संतान को जन्म देना सबसे सौभाग्य की बात होती है. लेकिन कई बार कुछ कारणों से संतान प्राप्ति में कठिनाइयाँ आती है. आज हम इस लेख में आपको संतान प्राप्त करने के मंत्र और कुछ उपायों के बारे में बताएँगे.
गायत्री मंत्र एक ऐसा मंत्र है जिसका नियमित रूप से जाप करके बांझपन को दूर किया जा सकता है. गर्भवती महिलाएँ इस मंत्र का जाप करके सुंदर और तंदुरुस्त बच्चे को जन्म दे सकती हैं. गायत्री मंत्र के जाप द्वारा पैदा होने वाले बच्चे को असाधारण प्रतिभा का धनी बताया गया है.
बांझपन दूर करने का मंत्र
यदि किसी जोड़े को संतान प्राप्त करने में परेशानी आ रही है या फिर संतान से दुखी है, संतान रोगग्रस्त है तब पति-पत्नी को प्रात: एक साथ सफ़ेद वस्त्र धारण कर के गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से बांझपन दूर होता है और संतान का सुख प्राप्त होता है.
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥
गायत्री मंत्र में जो अक्षर एवं शब्द हैं वे शरीर के भिन्न-भिन्न हिस्सों को प्रभावित करते हैं. मंत्र जाप करते समय हर अक्षर शरीर के विभिन्न हिस्सों एवं ग्रंथियों को उत्तेजित करता है. मानव शरीर में 7 चक्र होते हैं इनमे 72 हज़ार नाड़ियां होती हैं जो कि सुप्त अवस्था में होती हैं. गायत्री मंत्र के शब्दों का संयोजन इस प्रकार से है कि यह उन सुप्त नाड़ियों को उत्तेजित करता है. जिससे संतान प्राप्ति तो होती ही है इसके अलावा यह और भी कई रोगों से छुटकारा दिलाने में सहायक होता है.
बांझपन दूर करने के उपाय
संतान प्राप्त करने में यदि आपको कठिनाई आ रही है तब आप बिल्कुल सही जगह पर आए है. इस लेख में हम आपको ऐसे उपाय बताएँगे जिससे आपको संतान प्राप्त करने में सहायता मिलेगी. आपका ज्यादा समय ना लेते हुए आईए आपको उन उपायों के बारे में बताते है.
हनुमान जी का उपाय
हनुमान जी का यह उपाय आपको मंगलवार के दिन करना है. मंगलवार की रात को 10:00 बजे पूर्व दिशा की ओर मुँह करके आपको एक आसन पर बैठ जाना है. इसके बाद आपको अपने सामने हनुमान जी की कोई भी फोटो या मूर्ति रखनी है एवं धूप दीप से उनकी पूजा करना है.
इसके बाद आपको नीचे दिए हुए मंत्र का 108 बार हल्दी की माला द्वारा जाप करना है. जब आपको इसे सिद्ध करना हो तब 21 बार दिए गए मंत्र को पढ़कर आपको पानी से भरे हुए गिलास के पानी पर फूंक मारना है और फिर उस पानी को पीड़ित महिला को पिला दीजिये. इसके अलावा आपको लाल धागे से 7 गांठ बांधकर उस धागे को महिला की कमर पर बांधने के लिए दे देना है.
ॐ नमो नील नील महानील द्रृष्टि देख कोख खोल फलै फूलै बेल बढे चतुराई चले अमुक के पेडके फल फूल की जो हानि हो तो राजा राम की दुहाई जती हनुमान की दुहाई शब्द साचॉ पिण्ड काचॉ फुरै मंत्र ईश्वरो वाचा सत नाम आदेश गुरू का ।
अमुक के स्थान पर उस स्त्री का नाम बोलना है.
दिवाली का प्रयोग
आप नीचे दिए गए मंत्र को किसी भी पंडित जी द्वारा सिद्ध करवा सकते हैं. हालाँकि आपको यह बता दें कि ये मंत्र केवल दीपावली के दिन ही सिद्ध किया जा सकता है. दिवाली वाले दिन आपको हवन करवाना है और दिए गए मंत्र का जाप 108 बार करना है और इसके बाद आपको एक काले रंग के धागे का गंडा बनाकर पीड़ित महिला को देना है और फिर उस धागे को महिला को अपने गले में पहनने के लिए कहना है. यह मंत्र इस प्रकार है.
शुद्ध बुद्ध को ठाकुरा बांधो, गर्भ रहे जी ठहर पाके फूट बीजे गिरे। श्री रामचंद्रजी, हत्या तोहे परे। ईश्वर तेरे साख, गौरा गाँडा बाँध के नौ महीना राख। ताला झिन्ना ना झरे ,पट-पट बीधे ताल। लोहू जामुन दे गए, ब्रह्मा और मुरार। ऊँचे चढ़े ना नीचे धँसे, धँसे तो महादेव की जटन में परै। इतनी चुकरिया अमृत की भरी सो, सो सीता के अंग धरी। राख कोख लक्ष्मण जती, नौ महीना के बाद लक्ष्मणकुमार की आन। विष्णु की आन, राजा वसुकी की आन।
शनिवार के दिन का प्रयोग
यह उपाय बहुत ही आसान है. इस उपाय को करने के लिए आपको किसी भी अमावस्या या फिर शनिवार के दिन अपने पहने हुए कपड़ों में से कुछ धागे निकालने हैं और इन्हीं धागों को रूई के साथ मिलाकर आपको अपने घर में भगवान के सामने सरसों के तेल का एक दीपक जलाना है और अपने इष्टदेव का ध्यान कर उनसे संतान प्राप्ति की प्रार्थना करना है.
संतान प्राप्ति का टोटका
इस उपाय को करने के लिए आपको शुक्रवार वाले दिन चने के आटे की दो रोटियाँ बनाना है. फिर इन रोटियों पर थोड़ी सी सूखी सब्जी रख कर आप इसे किसी भी गरीब को दे दीजिये. यह आपको शुक्रवार से लेकर सात दिनों तक लगातार करना है.